जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिला कलेक्टरों के साथ वीसी में की महत्वपूर्ण आदेश दिए। उन्होंने सभी कलेक्टरों को अपने अपने जिले में कम से कम 500 लोगों के लिए क्वारैंटाइन की व्यवस्था को कहा। अगले एक माह में होने वाले मेले, शोभायात्राएं, जुलूस आदि तत्काल प्रभाव से रोके जाए। मेले आदि में बाहरी लोगों के आगमन को अभी से रोका जाए। इसके साथ ही जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर, बूंदी, भरतपुर, चितौड़, बीकानेर जैसे ट्यूरिस्ट स्थल वाले जिला कलेक्टरों को कहा कि आपके यहां हर पर्यटक की स्क्रिनिंग की टाइट व्यवस्था की जाए।
ढिलाई बरती तो कम्यूनिटी संक्रमण का भारी खतरा है। कलेक्टरों सो कहा कि वे स्वयं के स्तर पर भी कोरोना की हालात को देखते हुए आवश्यक निर्णय लें। निजी चिकित्सालयों को पाबंद किया जाए कि वे किसी मरीज के इलाज के लिए मना नहीं करें। गहलोत ने झुंझुनूं एवं भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव के मामलों को लेकर कहा कि वहां इन रोगियों के संपर्क में आए हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाए। होम आईसोलेशन, धारा 144 तथा संबंधित क्षेत्रों में कर्फ्यू की कड़ाई से पालना करवाई जाए।
सीएम के प्रमुख निर्देश
- दो दिन पहले तक हालात कंट्रोल में थे, अब चिंताजनक
- वायरस अब कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के दौर से गुजर रहा।
- हर जेल में हो आइसोलेशन सेल
- हर नए कैदी को जेल ले जाने से पहले स्क्रीनिंग की जाए।
- अगले एक माह में आयोजित होने वाले मेलों, शोभायात्राओं, जुलूसों सहित अन्य आयोजनों जिनमें भीड़ एकत्रित होती हो, उन्हें स्थगित करवाया जाए।
- बाहरी लोगों को आयोजनों में आने से रोका जाए।
- कालाबाजारी और सोशल मीडिया भ्रामक प्रचार सख्ती से रोकें।
कालाबाजारी पर कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट के इस दौर में दवाओं, चिकित्सा उपकरणों एवं आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। जहां कहीं भी कालाबाजारी की शिकायत मिलती है, वहां संबंधित विक्रेता पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं को रोकें
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि दो सप्ताह इस वायरस के संक्रमण की दृष्टि से बेहद गंभीर हैं। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं फैलाने वाले लोगों पर भी कार्रवाई की जाए ताकि लोग अफवाहों से बचे रहें।